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क्यों आवश्यकता पडी मधेपुरा टाइम्स की?

मधेपुरा टाइम्स आज एक स्थापित ऑनलाइन अखबार बन गया है जिसे भारत के कोने-कोने में तो लोग पढते हैं ही,दुनिया के करीब ३० देशों में भी लोग इस हिन्दी अखबार को पढ़ने लगे हैं.प्रश्न उठता है की क्या मधेपुरा टाइम्स सिर्फ एक व्यावसायिक अखबार है या और कुछ?तो एक बात हम बता देना चाहेगे कि अभी इस अखबार को चलाने में जो खर्च पड  रहें हैं वो इसके टीम मेम्बर के द्वारा ही वहन किये जा रहे है,आगे जो हो!
     किसी भी काम के पीछे कोई न कोई उद्द्येश्य होता है.मधेपुरा टाइम्स के पीछे भी कुछ उद्द्येश्य हैं.
दरअसल लोकल प्रिंट मीडिया का स्तर इतना गिरा है कि शायद इसकी अधिकाँश खबर मैनेज्ड होती है.ये एक बहस का विषय है जिस पर हम बाद में निश्चित रूप से चर्चा करेंगे.यहाँ हमें लगा कि एक ऐसा पत्र मधेपुरा का जरूर होना चाहिए जिसमे एक भी बिकाऊ पत्रकार न हो और न ही कोई बिकाऊ समाचार.
    दूसरी वजह ये भी थी कि कुछ वर्ष पहले तक यहाँ के कुछ घटिया लोग और नेता ने मधेपुरा की प्रतिष्ठा को तार-तार कर दिया था और पूरी दुनिया में मधेपुरा एक बैकवर्ड जगह के रूप में गिना जाने लगा.ऐसे में हमें लगा कि सिर्फ इंटरनेट ही माध्यम हो सकता है जिससे हम पूरी दुनिया को दिखा सकें कि मधेपुरा वो नही है जो वो समझ रहे हैं.हमारे यहाँ भी मेरिट्स की भरमार है.आज सिर्फ मधेपुरा टाइम्स इस काम को कर रहा है.इस काम को करने के लिए हमने इस पर तीन कॉलम रखे हैं-मधेपुरा का गौरव,मिलिए टॉपर से और पर्सनैलिटी ऑफ द मंथ.हम अपने पाठकों से भी अनुरोध करते हैं कि अगर कोई ऐसी शक्सियत आपके नजर में भी हो जिसने मधेपुरा का नाम किसी न किसी रूप में ऊपर उठाया हो तो हमें उसकी डीटेल्स भेजें,हम उन्हें प्रकाशित करेंगे.
   इस ऑनलाइन अखबार को शुरू करने की एक बहुत ही बड़ी वजह थी समाज में व्याप्त कुरीतियाँ और भ्रष्टाचार जो थमने का नाम ही नही ले रहा.छोटे ऑफिस से लेकर बड़े जगहों पर भ्रष्टाचार इस कदर फैला हुआ है कि जिसने भी इसे मिटाने की कोशिश की,खुद मिट गया.दरअसल भ्रष्टाचारियों का रैकेट इतना मजबूत है कि इसके विरूद्ध लड़ाई काफी कठिन है.पर हमारी टीम ने ये बीड़ा उठाया है कि हम छोटे से लेकर बड़े स्तर तक के  भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करेंगे.हम जानते हैं इस वजह से आने वाले समय में हम मुश्किल में फसेंगे पर जो भी मुश्किल हो हम लड़ेंगे.
 
जल्द  की इस ब्लॉग पेज पर कई मुद्दे होंगे जो ख़बरें नही हैं,पर जरूरी है इन मुद्दों पर एक 'बोल्ड बहस'.मधेपुरा को गन्दा करने के पीछे जो लोग हैं,जो कारण हैं उनका भी हम पर्दाफ़ाश करेंगे,विरोध करेंगे....अंजाम कुछ भी हो.
....बस इन सब के लिए हमें आपका साथ चाहिए...बस आपका साथ....देंगे न !
क्यों आवश्यकता पडी मधेपुरा टाइम्स की? क्यों आवश्यकता पडी मधेपुरा टाइम्स की? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on 7:56 am Rating: 5

3 टिप्‍पणियां:

  1. हमे गर्व है की हम भी आपके इस मुहिम के एक पात्र हैं..

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  2. you hv started a revolutionary work.you might face some problem initially but be sure it will vanish as the time passes and a healthy fleet will join you for the noble cause.I couldn't recall the adejct wordings of vivekanand where he told that this world needs only heandfull of honest youth which will transform the society..

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  3. aapne madhepura ko duniya ke samne lane ki bhut achhi kosish ki hai,,,,,,,,, hm sab aapke sath hai........................bhagwan se dua hai ki aap apni koshish me ek din jarur kamyab honge........

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